भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 रैश ड्राइविंग (Rash Driving) के अपराध से संबंधित है। जिसमें बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों (Public places) पर तेज गति (Fast Speed) या लापरवाही से वाहन चलाता है। जिससे किसी भी इंसान के जीवन या संपत्ति को खतरा होने की संभावना रहती है। ऐसे अपराध करने वाले व्यक्तियों पर BNS Section 281 के अंतर्गत कार्यवाही की जाती है।
इससे पहले लापरवाही से वाहन चलाने के अपराध के मामलों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 279 के तहत दर्ज किया जाता था। लेकिन भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने के बाद से इस प्रकार के सभी मामलों को BNS 281 के तहत दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
बीएनएस की धारा 281 की मुख्य बातें
- किसी व्यक्ति के जीवन को खतरे में डालने व लापरवाही से गाड़ी चलाना रैश ड्राइविंग माना जाता है। इसमें तेज गति से गाड़ी चलाना, लापरवाही से ओवरटेक करना, शराब या ड्रग्स के नशे में गाड़ी चलाना शामिल हैं।
- तेज गति से या ऐसे तरीके से गाड़ी चलाना जिससे किसी संपत्ति, जैसे कि अन्य वाहन, पैदल चलने वाले लोग या किसी सार्वजनिक संपत्ति (Public Property) खतरे में पड़ जाते है।
आपराधिक उदाहरण:
रवि नाम का एक व्यक्ति रात को अपने आफिस से घर आते समय एक जगह रुककर शराब पी लेता है। कुछ देर बाद ही रवि को बहुत ज्यादा नशा हो जाता है, जिसके बाद वो अपनी कार चालू करता है और घर की तरफ निकल जाता है। शराब के नशे में गाड़ी चलाते वक्त रवि गाने सुनते-सुनते कार को बहुत तेजी से चलाने लग जाता है। कुछ ही दूरी पर चलने के बाद अचानक से रवि की गाड़ी संतुलन खो देती है, और फल बेचने वाले एक व्यक्ति को टक्कर मार देती है।
जिसके कारण उस व्यक्ति को चोट लग जाती है और उसका सामान भी सारा खराब हो जाता है। इस घटना को देख आस-पास के लोग तुरन्त पुलिस को बुला लेते है। जिसके बाद पुलिस आकर लापरवाही से वाहन चलाने के अपराध की धारा 281 के तहत रवि को गिरफ्तार कर लेती है, और उस पर कार्यवाही करती है।
धारा 281 के अंतर्गत आने वाले आपराधिक कृत्य
- यदि आप लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं और इससे किसी को चोट लगती है या जानमाल (Life & Property) का नुकसान होता है, तो यह BNS Section 281 के तहत अपराध माना जाएगा।
- दी गई निर्धारित गति (Speed Limit) से ज्यादा गति से गाड़ी चलाना भी इसके अनुसार अपराध है।
- शराब या नशीली दवाओं का सेवन करके नशे में गाड़ी चलाना।
- एकतरफा सड़क (One sided Road) पर गलत दिशा (Wrong direction) में गाड़ी चलाना या गलत लेन (Wrong lane) में गाड़ी चलाना भी अपराध है।
- लाल बत्ती पर गाड़ी चलाना या ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करना।
- दूसरों को डराने या परेशान करने के लिए खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाना।
- गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करना या मैसेज करना।
- बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाना।
- निर्धारित क्षमता (Rated Capacity) से अधिक लोगों या सामान को गाड़ी में ले जाना।
- पुलिस अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन न करना।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 के अपराध के लिए दंड
बीएनएस की धारा 281 में रैश ड्राइविंग के अपराध की सजा के लिए बताया गया है, कि जो भी व्यक्ति गलत तरीके से वाहन चलाकर किसी भी व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान पहुँचाने का दोषी (Guilty) पाया जाता है। उस व्यक्ति को एक अवधि के कारावास (Imprisonment) की सजा जिसे 6 महीने तक बढ़ाया जा सकता है, व जुर्माने से भी दंडित किया जा सकता है।
इसके अलावा ऐसे मामलों में अपराध की गंभीरता को देखते हुए सजा को इससे ज्यादा भी बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही अदालत ड्राइवर के लाइसेंस को भी निलंबित (Suspend) कर सकती है।